by Sinsera Says | Nov 5, 2023 | Social Issue
पिछले रविवार 29th अक्तूबर को हम “भारतरत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी इकाना क्रिकेट स्टेडियम (इकाना आंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम) लखनऊ, उत्तर प्रदेश में भारत और इंग्लैंड के बीच वर्ल्ड कप के लिये होने वाला मैच देखने गये हुए थे. स्टेडियम में बैठ कर मैच देखने का मेरा यह...
by Sinsera Says | Oct 11, 2023 | Hindi Poetry
ज़िन्दगी एक मौसम की तरह है. कभी धूप, कभी छाँव, कहीं बारिश की झड़ी तो कभी सूखे पतझर का आलम. मुझे जिंदगी को हमेशा पॉजिटिव नज़रिए से देखना पसंद है. हाँ होता है, कभी कभी ऐसी घनी बदली छाती है कि लगता है अब कभी उजाला होगा ही नहीं. लेकिन कुदरत का नियम है, एक के बाद दूसरा...
by Sinsera Says | Oct 1, 2023 | Pagla Bachpan
मैं जब अपने बचपन की यादों में जाती हूँ तो पहली याद में खुद को रेलवे कॉलोनी के घर में खेलते हुए देखती हूँ. काफ़ी पुराना ज़माना था लेकिन रेलवे कॉलोनी के घर अच्छे, हवादार और साफ़ सुथरे बने हुए होते थे. घर के अंदर किचन, वाशरूम यानि कि हर ज़रूरत की जगह पर पानी के नल होते...
by Sinsera Says | Sep 28, 2023 | Social Issue
ज़िन्दगी और मौत के बीच सिर्फ दुआओं का फासला होता है…. यह हमें पता चला 14th अक्टूबर 2014 को जब हम उस दिन घर से निकले थे. होनी साथ साथ चल रही थी और सर पर सभी अपनों की दुआओं का साया भी था… हुदहुद का तूफान दक्षिण के समुंदरों के किनारों पर तबाही मचा कर जा चुका था...
by Sinsera Says | Aug 20, 2023 | Kitchen
जब लोग बेवफ़ा प्रेमी या प्रेमिका के बिना जी लेते हैं तो क्या हम बेवफ़ा टमाटर के बिना नहीं जी सकते? हाँ यह सही है कि जब ये ख़ूबसूरत चमकदार लाल लाल शक्ल याद आयेगी तो दिल तड़प के रह जाएगा लेकिन अब जब ये अपने भाव इतने बढ़ा देंगे तो कौन नख़रे सहेगा. हाँ तो, कहने का मतलब यह...