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परदे के पीछे – OMG ये क्या हो गया भारत-इंग्लैंड के क्रिकेट मैच में

पिछले रविवार 29th अक्तूबर को हम “भारतरत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी इकाना क्रिकेट स्टेडियम (इकाना आंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम) लखनऊ, उत्तर प्रदेश में भारत और इंग्लैंड के बीच वर्ल्ड कप के लिये होने वाला मैच देखने गये हुए थे. स्टेडियम में बैठ कर मैच देखने का मेरा यह...

ज़िन्दगी-ज़िन्दगी – फलसफां जिंदगी का

  ज़िन्दगी एक मौसम की तरह है. कभी धूप, कभी छाँव, कहीं बारिश की झड़ी तो कभी सूखे पतझर का आलम. मुझे जिंदगी को हमेशा पॉजिटिव नज़रिए से देखना पसंद है. हाँ होता है, कभी कभी ऐसी घनी बदली छाती है कि लगता है अब कभी उजाला होगा ही नहीं. लेकिन कुदरत का नियम है, एक के बाद दूसरा...

हर कमाई हुई चीज़ खायी नहीं जाती

मैं जब अपने बचपन की यादों में जाती हूँ तो पहली याद में खुद को रेलवे कॉलोनी के घर में खेलते हुए देखती हूँ. काफ़ी पुराना ज़माना था लेकिन रेलवे कॉलोनी के घर अच्छे, हवादार और साफ़ सुथरे बने हुए होते थे. घर के अंदर किचन, वाशरूम यानि कि हर ज़रूरत की जगह पर पानी के नल होते...

ज़िंदगी एक सुहाना सफ़र – A Real Experience of Life

ज़िन्दगी और मौत के बीच सिर्फ दुआओं का फासला होता है…. यह हमें पता चला 14th अक्टूबर 2014 को जब हम उस दिन घर से निकले थे. होनी साथ साथ चल रही थी और सर पर सभी अपनों की दुआओं का साया भी था… हुदहुद का तूफान दक्षिण के समुंदरों के किनारों पर तबाही मचा कर जा चुका था...

मंहगा हुआ टमाटर – आजमाइये ये टिप्स सब्जी को स्वादिष्ठ बनाने के लिए

जब लोग बेवफ़ा प्रेमी या प्रेमिका के बिना जी लेते हैं तो क्या हम बेवफ़ा टमाटर के बिना नहीं जी सकते? हाँ यह सही है कि जब ये ख़ूबसूरत चमकदार लाल लाल शक्ल याद आयेगी तो दिल तड़प के रह जाएगा लेकिन अब जब ये अपने भाव इतने बढ़ा देंगे तो कौन नख़रे सहेगा. हाँ तो, कहने का मतलब यह...