by Sinsera Says | Apr 25, 2023 | Pagla Bachpan
मैं 13 साल की थी तो मेरी माँ लंदन गयी थीं. मेरे मामा जी उस समय वहाँ ई एन टी स्पेशलिस्ट के तौर पर प्रैक्टिस करते थे. माँ को अचानक ही कान में कुछ तकलीफ़ शुरू हुई, मामा ने कहा कि यहाँ आ जाइए मैं ही इलाज कर दूँ. बस ऐसे ही उनका प्रोग्राम बन गया. हम भाई-बहन अपनी-अपनी पढ़ाई...
by Sinsera Says | Apr 20, 2023 | Kitchen
मटर के दानों को छील कर साल भर के लिए स्टोर करने का समय आ चुका है। जब मैं ने किचेन में नया नया काम करना शुरू किया था तब आज की तरह से हर समस्या का समाधान इतनी आसानी से नेट पर उपलब्ध नहीं रहता था. यूँ ही बड़े लोगों से पूछते- पाछते, या फिर मैगज़ीन आदि में पढ़ते-पढ़ते...
by Sinsera Says | Apr 15, 2023 | Hindi Stories, Kitchen
कोफ़्ते की कोफ़्त – शायद ही ऐसा आपने पहले कभी सुना हो। क्या है कोफ़्ते की कोफ़्त आइये जान लीजिए आप भी। रसोई का काम मज़ाक़ नहीं होता है. जी जान लगा दीजिए तब कहीं जाकर कुछ परोसने लायक़ तैयार होता है. इसके बाद भी जान अटकी रहती है कि जो बना वह खाने वालों को कैसा...
by Sinsera Says | Apr 13, 2023 | Women Empowerment
कभी कभी मैं यह सोचती हूँ कि आज जब महिलाएँ हर क्षेत्र में पुरुषों से बराबरी करना चाहती हैं तो फिर मानवाधिकारों और मूलभूत अधिकारों के होते हुए भी जब उनको अलग से कुछ अधिकार दिए जाते हैं तो वो उनको चुपचाप कैसे रख लेती हैं. क़ायदे से तो उन्हें कहना चाहिए कि हम समानता के...
by Sinsera Says | Feb 21, 2023 | Hindi Poetry
रात बारिश हुई, खुनकी हवा में बाक़ी है, कौन आया था जो ख़ुशबू की तरह बाक़ी है… जिसके कांधों पे कोई पंख नहीं, पाँव नहीं, ठाँव नहीं फ़िर भी उड़ता है दीवाना सा बेवजह, बेजगह … कहाँ ढूँढोगे हमें दूर उफ़क तक जाकर, हम तो बादल हैं बरसते हैं चले जाते...